हत्या करना
क्या हत्या करना अपराध है ?
भारतीय दंड संहिता की धारा 300,302 व 307
भारतीय दंड संहिता की धारा 300,302 व 307 के तहत हत्या करना बहुत गंभीर अपराध है। जानबूझकर कोई भी ऐसा कार्य करना जिससे किसी व्यक्ति की मृत्यु हो जाए जैसे जहर देना, गोली मारना, चाकू मारना, सांप से कटाना, पहाड़ी से धक्का दे देना आदि, हत्या का अपराध चलाता है। हत्या करने के उद्देश्य से यदि आक्रमण किया जाता है परंतु वह व्यक्ति जिस पर आक्रमण हुआ है बच जाता है तो आप मन करने वाला हत्या के प्रयास के अपराध का दोषी होगा।
उदाहरण
1. इकबाल का झगड़ा शोएब से हो जाता है। इकबाल बंदूक निकाल कर शोएब को मार देता है। शोएब की मृत्यु हो जाती है| इकबाल शोएब के हत्या का आरोपी है।
2. सतीश जानता है कि अमर को बुरी खबर सुनने से दिल का दौरा पड़ जाता है। वह जानबूझकर अमर को जान से मारने की नियत से बुरी खबर सुना देता है जिससे अमर को दिल का दौरा पड़ता है उसकी मृत्यु हो जाती है। सतीश अमर की हत्या का अपराधी है।
दंड का प्रावधान
हत्या करने पर मृत्युदंड या आजीवन कारावास दिया जा सकता है।
हत्या के प्रयास का दंड 10 वर्ष तक का कारावास और जुर्माना भी हो सकता है।
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