अनुछेद 19 क्या से जुड़े कुछ महत्वपूर्ण सवाल
प्रश्न० अनुच्छेद 19 में कौन-कौन से स्वतंत्र निहित है?
उ० अनुच्छेद 19 के अंतर्गत निहित स्वतंत्रता का अधिकार निम्नलिखित 6 भागों में विभाजित है।
1) वाक और अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता।
2) संघ की स्वतंत्रता।
3) सीमित एवं यूनियन बनाने की स्वतंत्रता।
4) भारत भर में आजादी से भ्रमण करने की स्वतंत्रता।
5) भारत के किसी भी भाग में रहने व बसने की स्वतंत्रता।
6) किसी भी व्यवसाय को करने की स्वतंत्रता।
प्रश्न ० क्या यह संपूर्ण स्वतंत्रता है?
उ० नहीं यह स्वतंत्र दूसरे व्यक्ति की स्वतंत्रता तथा राज्य के द्वारा प्रबंध प्रतिबंध है कोई भी देश आज के दौर में संपूर्ण अधिकार व्यक्ति नहीं दे सकता।
प्रश्न० क्या राज्य को शक्ति प्राप्त है कि वह समाज के हित के लिए उचित प्रतिबंध लगा सकसक?
उ० जी हां या प्रतिबंध आरा 19(2) से19(5) मैं निहित है।
प्रश्न० किस तरह के प्रतिबंध राज्य लगा सकता है?
उ० केवल उचित प्रतिबंध यह प्रतिबंध निरकुश नहीं होने चाहिए । इनका प्रयोग केवल धारा 19 (2)से (6)19 में निहित उद्देश्यों की पूर्ति के लिए होना चाहिए।
प्रश्न० धारा 19(1) के अंतर्गत दिए गए अधिकार पर प्रबंधित कौन लगा सकता है?
उ० इस पर प्रबंधक कार्यकारिणी या विभागीय अनुदेश के द्वारा नहीं लगाई जा सकती है इसके लिए।
प्रश्न० उचित शब्द से क्या तात्पर्य है?
उ० इसका अर्थ है विवेक तथा सावधानी।
प्रश्न इसका फैसला कौन करता है कि प्रतिबंध उचित है या नहीं है?
उ० केवल न्यायालय इस पर निर्णय ले सकता है।
प्रश्न० यदि न्यायालय को लगता है कि प्रतिबंध उचित नहीं है तो वह क्या कदम उठाएगा ?
उ० वह उसे शन्य घोषित कर सकता है।
प्रश्न० क्या उचित शब्द न्यायिक पूर्व लोकन के क्षेत्रों को विस्तृत करता है?
उ० जी हाँ।
प्रश्न० किस को अधिकार है कि वह निर्णय ले की लगाई गई पाबंदी उचित है या नही?
उ० केवल न्यायालय को।
प्रश्न० उच्चतम न्यायालय ने उचित पाबंदी के पर्व के लिए क्या निर्देश दिए हैं?
उ० पाबंदी जितनी जरूरत हो उससे अधिक नहीं होनी चाहिए और वह तानाशाह नहीं होनी चाहिए।
प्रश्न०पाबंदी का उचित संबंध कानून बनाने के के उद्देश्य से होना चाहिए पाबंदी उस उद्देश्य के विपरीत नहीं हो शक्ति ।
उ० कानून जिस कारणों के कारण उचित पाबंदी लगा सकता है वह अनु 19:(2)से (6:)मै निहित है।
* हर परिस्थिति में उचित पाबंदी का निर्णय लेने का मापदंड अलग-अलग होगा हरकेश के अलग तरह से देखा जाना चाहिए। इस कानून का हनन हो रहा हो पाबंदी लगाने का उद्देश्य एवं उसकी सिद्ध आवश्यकता एवं उस समय की परिस्थितियों ऐसे। मापदंड है जी है जिन्हें पाबंदी लगाते समय ध्यान में रखना आवश्यक है।
* न्यायालय पाबंदी की अवधि के ऊपर भी ध्यान रखेगा।
* न्यायालय प्रतिबंध को व्यक्ति निश्चित रूप से मैं नहीं अपितु निष्पक्ष हो कर देखेगा।
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