Section 32 Contract Act 1872

 


Section 32 Contract Act 1872 in Hindi and English 



Section 32 Contract Act 1872 :Enforcement of contracts contingent on an event happening - Contingent contracts to do or not to do anything if an uncertain future event happens, cannot be enforced by law unless and until that event has happened. If the event becomes impossible, such contracts become void.

Illustrations

(a) A makes a contract with B to buy B's horse if A survives C. This contract cannot be enforced by law unless and until C dies in A's lifetime.

(b) A makes a contract with B to sell a horse to B at a specified price, if C, to whom the horse has been offered, refuses to buy him. The contract cannot be enforced by law unless and until C refuses to buy the horse.

(c) A contracts to pay B a sum of money when B marries C. C dies without being married to B. The contract becomes void.



Supreme Court of India Important Judgments And Case Law Related to Section 32 of Contract Act 1872 :

National Agricultural vs Alimenta S.A. on 22 April, 2020

U.P. Rajkiya Nirman Nigam Ltd vs Indure Pvt. Ltd. & Ors on 9 February, 1996

Satyabrata Ghose vs Mugneeram Bangur & Co., And on 16 November, 1953

The Naihati Jute Mills Ltd vs Hyaliram Jagannath on 19 October, 1967

Ganga Saran vs Ram Charan Ram Gopal on 1 November, 1951

Hpa International vs Bhagwandas Fateh Chand Daswani on 13 July, 2004

M/S J.P.Builders & Anr vs A.Ramadas Rao & Anr on 22 November, 2010

H.P. Gupta vs Hiralal on 24 February, 1970

Energy Watchdog vs Central Electricity Regulatory on 11 April, 2017

Kapilaben vs Ashok Kumar Jayantilal Sheth on 25 November, 2019



भारतीय संविदा अधिनियम, 1872 की धारा 32 का विवरण :  -  ऐसी संविदाओं का प्रवर्तन, जो किसी घटना के घटित होने पर समाश्रित हों -- उन समाश्रित संविदाओं का प्रवर्तन, जो किसी अनिश्चित भावी घटना के घटित होने पर किसी बात को करने या न करने के लिए हो, विधि द्वारा नहीं कराया जा सकता, यदि और जब तक वह घटना घटित न हो गई हो। यदि वह घटना असम्भव हो जाए तो ऐसी संविदाएँ शून्य हो जाती हैं।

 दृष्टान्त

(क) 'ख' से 'क' संविदा करता है कि यदि 'ग' के मरने के पश्चात् 'क' जीवित रहा तो वह 'ख' का घोड़ा खरीद लेगा। इस संविदा का प्रवर्तन विधि द्वारा नहीं कराया जा सकता यदि और जब तक 'क' के जीवनकाल में 'ग' मर न जाए।

(ख) 'ख' से 'क' संविदा करता है कि यदि 'ग' ने जिससे घोड़ा बेचने की प्रस्थापना की गई है, उसे खरीदने से इन्कार कर दिया तो वह ‘ख’ को वह घोड़ा विनिर्दिष्ट कीमत पर बेच देगा; इस संविदा का प्रवर्तन विधि द्वारा नहीं कराया जा सकता यदि और जब तक 'ग' घोड़े को खरीदने से इन्कार न कर दे।

(ग) 'क' यह संविदा करता है कि जब 'ग' से 'ख' विवाह कर लेगा तो 'ख' को 'क' एक नियत धनराशि देगा। ‘ख’ से विवाह हुए बिना 'ग' मर जाती है। संविदा शून्य हो जाती है। 


 


To download this dhara / Section of Contract Act in pdf format use chrome web browser and use keys [Ctrl + P] and save as pdf.

Comments

Popular posts from this blog

भारतीय संविधान से संबंधित 100 महत्वपूर्ण प्रश्न उतर

100 Questions on Indian Constitution for UPSC 2020 Pre Exam

संविधान की प्रमुख विशेषताओं का उल्लेख | Characteristics of the Constitution of India