Section 47 The Trade Marks Act, 1999

 


Section 47 The Trade Marks Act, 1999: 

 Removal from register and imposition of limitations on ground of non-use.—

(1) A registered trade mark may be taken off the register in respect of the goods or services in respect of which it is registered on application made in the prescribed manner to the Registrar or the Appellate Board by any person aggrieved on the ground either—

(a) that the trade mark was registered without any bona fide intention on the part of the applicant for registration that it should be used in relation to those goods or services by him or, in a case to which the provisions of section 46 apply, by the company concerned or the registered user, as the case may be, and that there has, in fact, been no bona fide use of the trade mark in relation to those goods or services by any proprietor thereof for the time being up to a date three months before the date of the application; or

(b) that up to a date three months before the date of the application, a continuous period of five years from the date on which the trade mark is actually entered in the register or longer had elapsed during which the trade mark was registered and during which there was no bona fide use thereof in relation to those goods or services by any proprietor thereof for the time being: Provided that except where the applicant has been permitted under section 12 to register an identical or nearly resembling trade mark in respect of the goods or services in question, or where the tribunal is of opinion that he might properly be permitted so to register such a trade mark, the tribunal may refuse an application under clause (a) or clause (b) in relation to any goods or services, if it is shown that there has been, before the relevant date or during the relevant period, as the case may be, bona fide use of the trade mark by any proprietor thereof for the time being in relation to—

(i) goods or services of the same description; or

(ii) goods or services associated with those goods or services of that description being goods or services, as the case may be, in respect of which the trade mark is registered.

(2) Where in relation to any goods or services in respect of which a trade mark is registered—

(a) the circumstances referred to in clause (b) of sub-section (1) are shown to exist so far as regards non-use of the trade mark in relation to goods to be sold, or otherwise traded in a particular place in India (otherwise than for export from India), or in relation to goods to be exported to a particular market outside India; or in relation to services for use or available for acceptance in a particular place in India or for use in a particular market outside India; and

(b) a person has been permitted under section 12 to register an identical or nearly resembling trade mark in respect of those goods, under a registration extending to use in relation to goods to be so sold, or otherwise traded in, or in relation to goods to be so exported, or in relation to services for use or available for acceptance in that place or for use in that country, or the tribunal is of opinion that he might properly be permitted so to register such a trade mark, on application by that person in the prescribed manner to the Appellate Board or to the Registrar, the tribunal may impose on the registration of the first-mentioned trade mark such limitations as it thinks proper for securing that registration shall cease to extend to such use.

(3) An applicant shall not be entitled to rely for the purpose of clause (b) of sub-section (1) or for the purposes of sub-section (2) on any non-use of a trade mark which is shown to have been due to special circumstances in the trade, which includes restrictions on the use of the trade mark in India imposed by any law or regulation and not to any intention to abandon or not to use the trade mark in relation to the goods or services to which the application relates.



Supreme Court of India Important Judgments And Leading Case Law Related to Section 47 The Trade Marks Act, 1999: 

Patel Field Marshal Agencies And vs P.M Diesels Ltd. And Ors. on 29 November, 2017

Jagatjit Industries Limited vs The Intelectual Prop Appellate  on 20 January, 2016

Whirlpool Corporation vs Registrar Of Trade Marks, Mumbai & on 26 October, 1998

Whirlpool Corporation vs Registrar Of Trade Marks, Mumbai &  on 26 October, 1998

Vishnudas Trading As Vishnudas vs The Vazir Sultan Tobaccoco. Ltd. on 9 July, 1996

M/S. Thukral Mechanical Works vs P.M. Diesels Pvt. Ltd. & Anr on 18 December, 2008

Infosys Technologies Ltd vs Jupiter Infosys Ltd. & Anr on 9 November, 2010

M/S S.M. Dyechem Ltd vs M/S Cadbury (India) Ltd on 9 May, 2000

American Home Products vs Mac Laboratories Private Limited on 30 September, 1985

Satnam Overseas vs Sant Ram & Co.& Anr on 22 November, 2013



व्यापार चिह्न अधिनियम, 1999 की धारा 47 का विवरण : 

अनुपयोग के आधार पर रजिस्टर से हटाना और मर्यादाएं अधिरोपित करना-(1) कोई रजिस्ट्रीकृत व्यापार चिह्न जिस माल या सेवाओं की बाबत वह रजिस्ट्रीकृत है उनमें से किसी बाबत भी व्यथित व्यक्ति द्वारा रजिस्ट्रार या अपील बोर्ड को विहित रीति में आवेदन करने पर निम्नलिखित आधारों में से किसी आधार पर रजिस्टर से हटाया जा सकेगा, अर्थात्: -

(क) यह कि व्यापार चिह्न का रजिस्ट्रीकरण, रजिस्ट्रीकरण के लिए आवेदक की ओर से इस सद्भावपूर्ण आशय के बिना किया गया था कि उसका उपयोग उस माल या सेवाओं के संबंध में उसके द्वारा, या ऐसे माल में, जिसमें धारा 46 के उपबंध लागू होते हैं, यथास्थिति, संपृक्त कंपनी या रजिस्ट्रीकृत उपयोक्ता द्वारा, किया जाएगा और यह कि वस्तुतः उस व्यापार चिह्न का उस माल या सेवाओं के संबंध में तत्समय के किसी स्वत्वधारी द्वारा आवेदन की तारीख से तीन मास पूर्व की तारीख तक सद्भावपूर्ण उपयोग नहीं हुआ था ; या

(ख) यह कि आवेदन की तारीख से तीन मास पूर्व की तारीख तक उस तारीख से जिसको व्यापार चिह्न वास्तव में रजिस्टर में रजिस्ट्रीकृत किया गया था, पांच वर्ष की निरंतर अवधि या इससे अधिक अवधि व्यपगत हो चुकी है, जिसमें व्यापार चिह्न रजिस्ट्रीकृत था और जिसमें उसका तत्समय के किसी स्वत्वधारी द्वारा उस माल या सेवाओं के संबंध में कोई सद्भावपूर्ण उपयोग नहीं हुआ था:

परन्तु जहां आवेदक को धारा 12 के अधीन प्रश्नगत माल या सेवाओं की बाबत तद्रूप या निकट सादृश्य वाला व्यापार चिह्न रजिस्टर करने के लिए अनुज्ञात किया गया है या जहां अधिकरण की यह राय है कि उसे ऐसे व्यापार चिह्न को इस प्रकार रजिस्टर करने के लिए अनुज्ञात करना उचित होगा, उस दशा के सिवाय अधिकरण किसी माल या सेवाओं के संबंध में खण्ड (क) या खण्ड (ख) के अधीन आवेदन को नामंजूर कर सकेगा यदि यह दर्शाया जाता है कि, यथास्थिति, सुसंगत तारीख के पहले या सुसंगत अवधि के दौरान व्यापार चिह्न के तत्समय स्वत्वधारी द्वारा-

 (i) उसी विवरण वाले माल या सेवाओं; या

 (ii) यथास्थिति, उसी विवरण वाले उस माल या सेवाओं से सहयुक्त माल या सेवाओं, जो ऐसे माल या सेवाएं हैं जिनके संबंध में व्यापार चिह्न रजिस्ट्रीकृत है,

की बाबत व्यापार चिह्न का सद्भावपूर्वक उपयोग किया गया है 

(2) जहां किसी माल या सेवाओं के संबंध में जिसकी बाबत व्यापार चिह्न रजिस्ट्रीकृत है-

(क) उपधारा (1) के खण्ड (ख) में निर्दिष्ट परिस्थितियां विद्यमान हैं ऐसा भारत में किसी विशिष्ट स्थान में विक्रय या अन्यथा व्यापार किए जाने वाले माल (जो भारत से निर्यात के लिए है उनसे अन्यथा) के संबंध में या भारत से बाहर किसी विशिष्ट बाजार में निर्यात किए जाने वाले माल के संबंध में या भारत में किसी विशिष्ट स्थान में उपयोग की जाने वाली या स्वीकार किए जाने के लिए उपलभ्य या भारत से बाहर किसी विशिष्ट बाजार के उपयोग के लिए किन्हीं सेवाओं के संबंध में व्यापार चिह्न के अनुपयोग के बारे में दर्शित किया गया है ; और

(ख) किसी व्यक्ति को धारा 12 के अधीन उन्हीं मालों के बारे में तद्रूप या निकट सादृश्य वाले व्यापार चिह्न किसी ऐसे रजिस्ट्रीकरण के अधीन जो विक्रय किए जाने वाले या अन्यथा व्यापार किए जाने वाले माल के संबंध में या इस प्रकार निर्यात किए जाने वाले माल के संबंध में या उसी स्थान में उपयोग के लिए या स्वीकार किए जाने के लिए उपलभ्य या उसी देश में उपयोग के लिए सेवाओं के संबंध में उपयोग के लिए विस्तारित है, रजिस्टर करने के लिए अनुज्ञात किया गया है, या अधिकरण की यह राय है कि उसे ऐसे व्यापार चिह्न को इस प्रकार रजिस्टर करने के लिए अनुज्ञात करना उचित होगा,

वहां उस व्यक्ति द्वारा विहित रीति में अपील बोर्ड या रजिस्ट्रार को आवेदन करने पर, अधिकरण पहले उल्लिखित व्यापार चिह्न के रजिस्ट्रीकरण पर ऐसी मर्यादाएं अधिरोपित की जा सकेंगी जिन्हें वह यह सुनिश्चित करने के लिए उचित समझे कि रजिस्ट्रीकरण का ऐसे उपयोग तक विस्तार समाप्त हो जाएगा ।

(3) उपधारा (1) के खण्ड (ख) के प्रयोजनार्थ या उपधारा (2) के प्रयोजनार्थ कोई आवेदक किसी व्यापार चिह्न के अनुपयोग का, जिसकी बाबत यह दर्शित किय जाता है कि वह व्यापार में विशेष परिस्थितियों के, जिनके अन्तर्गत भारत में व्यापार चिह्न के उपयोग पर किसी विधि या विनियम द्वारा अधिरोपित निर्बन्धन भी है, कारण या व्यापार चिह्न का उस माल या सेवाओं के संबंध में, जिनसे आवेदन संबंधित है, परित्याग करने या उपयोग न करने के आशय के कारण नहीं था, अवलम्ब लेने का हकदार नहीं होगा ।

 


To download this dhara / Section of  The Trade Marks Act, 1999 in pdf format use chrome web browser and use keys [Ctrl + P] and save as pdf.

Comments

Popular posts from this blog

भारतीय संविधान से संबंधित 100 महत्वपूर्ण प्रश्न उतर

100 Questions on Indian Constitution for UPSC 2020 Pre Exam

संविधान की प्रमुख विशेषताओं का उल्लेख | Characteristics of the Constitution of India