Section 25T The Industrial Disputes Act, 1947
Section 25T The Industrial Disputes Act, 1947:
Prohibition of unfair labour practice.- No employer or workman or a trade union, whether registered under the Trader Unions Act, 1926 (16 of 1926 ), or not, shall commit any unfair labour practice.
Supreme Court of India Important Judgments And Leading Case Law Related to Section 25T The Industrial Disputes Act, 1947:
Balwant Rai Saluja & Anr Etc.Etc vs Air India Ltd.& Ors on 13 November, 2013
Sudarshan Rajpoot vs U.P.State Road Trsnport Corp on 18 November, 2014
Bhuvnesh Kumar Dwivedi vs M/S Hindalco Industries Ltd on 25 April, 2014
Bhuvnesh Kumar Dwivedi vs M/S Hindalco Industries Ltd on 25 April, 1947
Hindustan Lever Ltd vs Ashok Vishnu Kate & Ors on 15 September, 1995
Durgapur Casual Workers Union & vs Food Corp.Of India & Ors on 9 December, 2014
Raj Kumar Gupta vs Lt. Governor, Delhi And Ors on 5 November, 1996
Colour-Chem Limited vs A.L. Alaspurkar & Ors on 5 February, 1998
Workmen Of Nilgiri Coop. vs State Of Tamil Nadu & Ors on 5 February, 2004
औद्योगिक विवाद अधिनियम, 1947 की धारा 25 द का विवरण -
बन्द करने पर शास्ति-(1) जो नियोजक किसी उपक्रम को उपधारा 25ण की उपधारा (1) के अनुबन्धों का अनुपालन किए बिना बन्द करेगा, वह कारावास से, जिसकी अवधि छह मास तक की हो सकेगी या जुर्माने से, जो पांच हजार रुपए तक का हो सकेगा, या दोनों से, दंडनीय होगा ।
(2) जो नियोजक 2[धारा 25ण की उपधारा (2) के अधीन किसी उपक्रम को बन्द करने की अनुज्ञा देने से इंकार करने वाले किसी आदेश या धारा 25त के अधीन दिए गए किसी निदेशट का उल्लंघन करेगा वह कारावास से, जिसकी अवधि एक वर्ष तक की हो सकेगी या जुर्माने से, जो पांच हजार रुपए तक का हो सकेगा, या दोनों से, और जहां उल्लंघन जारी रहता है वहां अतिरिक्त जुर्माने से, जो दोषसिद्धि के पश्चात् से ऐसे प्रत्येक दिन के लिए, जिसके दौरान उल्लंघन जारी रहता है, दो हजार रुपए तक का हो सकेगा, दंडनीय होगा ।
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