Section 14 CrPC


Section 14 CrPC in Hindi and English



Section 14 of CrPC 1973 :- 14. Local Jurisdiction of Judicial Magistrates — (1) Subject to the control of the High Court, the Chief Judicial Magistrate may, from time to time, define the local limits of the areas within which the Magistrates appointed under section 11 or under section 13 may exercise all or any of the powers with which they may respectively be invested under this Code :

Provided that the Court of a Special Judicial Magistrate may hold its sitting at any place within the local area for which it is established.

(2) Except as otherwise provided by such definition, the jurisdiction and powers of every such Magistrate shall extend throughout the district.

(3) Where the local jurisdiction of a Magistrate, appointed under section 11 or section 13 or section 18, extends to an area beyond the district, or the metropolitan area, as the case may be, in which he ordinarily holds Court, any reference in this Code to the Court of Session, Chief Judicial Magistrate or the Chief Metropolitan Magistrate shall, in relation to such Magistrate, throughout the area within his local jurisdiction, be construed, unless the context otherwise requires, as a reference to the Court of Session, Chief Judicial Magistrate, or Chief Metropolitan Magistrate, as the case may be, exercising jurisdiction in relation to the said district or metropolitan area.



Supreme Court of India Important Judgments And Case Law Related to Section 14 of Criminal Procedure Code 1973:

Jagannath Sonu Parkar vs State Of Maharashtra on 11 October, 1962

M. K. Gopalan And Another vs The State Of Madhya Pradesh on 5 April, 1954

C.B.I vs Mustafa Ahmed Dossa on 22 February, 2011

Masood Alam Etc vs Union Of India & Ors on 11 January, 1973

Haradhan Saha & Another vs The State Of West Bengal & Ors on 21 August, 1974

Attiq-Ur-Rehman vs Municipal Corporation Of on 29 February, 1996

Kadra Pahadiya And Ors. Etc vs State Of Bihar Etc on 19 March, 1997

J. Jayalalitha Etc. Etc vs Union Of India And Anr on 14 May, 1999

Prem Surana vs Addl. Munsif And Judicial on 13 August, 2002

Vijayan vs Sadanandan K. & Anr on 5 May, 2009



दंड प्रक्रिया संहिता 1973 की धारा 14 का विवरण :  -  14. न्यायिक मजिस्ट्रेटों की स्थानीय अधिकारिता -- (1) उच्च न्यायालय के नियंत्रण के अधीन रहते हुए, मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट, समय-समय पर उन क्षेत्रों की स्थानीय सीमाएँ परिनिश्चित कर सकता है जिनके अंदर धारा 11 या धारा 13 के अधीन नियुक्त मजिस्ट्रेट उन सब शक्तियों का या उनमें से किन्हीं का प्रयोग कर सकेंगे, जो इस संहिता के अधीन उनमें निहित की जाएँ :

परन्तु विशेष मजिस्ट्रेट का न्यायालय उस स्थानीय क्षेत्र के भीतर, जिसके लिए वह स्थापित किया गया है, किसी स्थान में अपनी बैठक कर सकता है ।

(2) ऐसे परिनिश्चय द्वारा जैसा उपबन्धित है उसके सिवाय प्रत्येक ऐसे मजिस्ट्रेट की अधिकारिता और शक्तियों का विस्तार जिले में सर्वत्र होगा।

(3) जहाँ धारा 11 या धारा 13 या धारा 18 के अधीन नियुक्त मजिस्ट्रेट की स्थानीय अधिकारिता का विस्तार, यथास्थिति, उस जिले या महानगर क्षेत्र के, जिसके भीतर वह मामूली तौर पर अपनी बैठकें करता है बाहर किसी क्षेत्र तक है वहाँ इस संहिता में सेशन न्यायालय, मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट या मुख्य महानगर मजिस्ट्रेट के प्रति निर्देश का ऐसे मजिस्ट्रेट के सम्बन्ध में, जब तक कि सन्दर्भ से अन्यथा अपेक्षित न हो, यह अर्थ लगाया जाएगा कि वह उसकी स्थानीय अधिकारिता के सम्पूर्ण क्षेत्र के भीतर उक्त जिला या महानगर क्षेत्र के सम्बन्ध में अधिकारिता का प्रयोग करने वाले, यथास्थिति, सेशन न्यायालय, मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट या मुख्य महानगर मजिस्ट्रेट के प्रति निर्देश है ।



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