Section 45 Indian Evidence Act 1872
Section 45 Indian Evidence Act 1872 in Hindi and English
Section 45 Evidence Act 1872 :Opinions of experts -- When the Court has to form an opinion upon a point of foreign law, or of science or art, or as to identity of handwriting or finger impressions, the opinions upon that point of persons specially skilled in such foreign law, science or art, or in questions as to identity of handwriting or finger impressions are relevant facts.
Such persons are called experts.
Illustrations
(a) The question is, whether the death of A was caused by poison.
The opinions of experts as to the symptoms produced by the poison by which A is supposed to have died, are relevant.
(b) The question is, whether A, at the time of doing a certain act, was, by reason of unsoundness of mind, incapable of knowing the nature of the act, or that he was doing what was either wrong or contrary to law.
The opinions of experts upon the question whether the symptoms exhibited by A commonly show unsoundness of mind, and whether such unsoundness of mind usually renders persons incapable of knowing the nature of the acts which they do, or of knowing that what they do is either wrong or contrary to law, are relevant.
(c) The question is, whether a certain document was written by A. Another document is produced which is proved or admitted to have been written by A.
The opinions of experts on the question whether the two documents were written by the same person or by different persons, are relevant.
Supreme Court of India Important Judgments And Case Law Related to Section 45 Indian Evidence Act 1872:
State (Through Cbi/New Delhi) vs S.J. Choudhary on 13 February, 1996
State (Through Cbi/New Delhi) vs S.J.Choudhary on 13 February, 1996
State (Through Cbi/New Delhi) vs S.J. Choudhary on 22 March, 1990
Federation Of Obstetrics And vs Union Of India on 3 May, 2019
The New India Assurance Co. Ltd vs M/S. Protection Manufacturers on 8 July, 2010
State (Delhi Administration) vs Pali Ram on 26 September, 1978
Sri Chand Batra vs State Of U.P on 19 December, 1973
Lalit Popli vs Canara Bank & Ors on 18 February, 2003
M Siddiq (D) Thr Lrs vs Mahant Suresh Das & Ors on 9 November, 2019
Gulzar Alishri Raj Mohammad And vs State Of Himachal Pradesh on 21 October, 1997
भारतीय साक्ष्य अधिनियम, 1872 की धारा 45 का विवरण : - विशेषज्ञों की राय-- जब कि न्यायालय को विदेशी विधि की या विज्ञान की या कला की किसी बात पर या हस्तलेख या अंगुली चिह्नों की अनन्यता के बारे में राय बनानी हो तो तब उस बात पर ऐसी विदेशी विधि, विज्ञान या . कला में या हस्तलेख या अंगुली चिह्नों की अनन्यता विषयक प्रश्नों में विशेष कुशल व्यक्तियों की राय सुसंगत तथ्य हैं।
ऐसे व्यक्ति विशेषज्ञ कहलाते हैं।
दृष्टांत
(क) प्रश्न यह है कि क्या क की मृत्यु विष द्वारा कारित हुई।
जिस विष के बारे में अनुमान है कि उससे क की मृत्यु हुई है, उस विष से पैदा हुए लक्षणों के बारे में विशेषज्ञों की रायें सुसंगत हैं।
(ख) प्रश्न यह है कि क्या क अमुक कार्य करने के समय चित्तविकृति के कारण उस कार्य की प्रकृति, या यह कि जो कुछ वह कर रहा है वह दोषपूर्ण या विधि के प्रतिकूल है, जानने में असमर्थ था।
इस प्रश्न पर विशेषज्ञों की रायें सुसंगत हैं कि क्या क द्वारा प्रदर्शित लक्षणों से चित्तविकृति सामान्यतः दर्शित होती है तथा क्या ऐसी चित्तविकृति लोगों को उन कार्यों की प्रकृति जिन्हें वे करते हैं, या वह कि जो कुछ वे कर रहे हैं वह या तो दोषपूर्ण या विधि के प्रतिकूल है, जानने में प्रायः असमर्थ बना देती है।
(ग) प्रश्न यह है कि क्या अमुक दस्तावेज क द्वारा लिखी गई थी। एक अन्य दस्तावेज पेश की जाती है जिसका क द्वारा लिखा जाना साबित या स्वीकृत है।
इस प्रश्न पर विशेषज्ञों की रायें सुसंगत हैं कि क्या दोनों दस्तावेजें एक ही व्यक्ति द्वारा या विभिन्न व्यक्तियों । द्वारा लिखी गई थीं।
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