क्या PIL उस विषय से सम्बन्ध न रखने वाला व्यक्ति भी दायर कर सकता है?
प्रश्न० क्या लोक हित मुकदमा द्वारा कोई तीसरा पक्ष जो मामले से बिल्कुल ही अनभिज्ञ हो ऐसे मामलों में जहां अभियुक्त दोषी पाया गया हो वह क्या ऐसे निर्णय को चुनौती देने की वैध स्थिति में है ?
उ० - जी नहीं | (देखें सिमरनजीत सिंह मान बनाम भारत राज्य संघ 1992(4) sc 653) इस मामले में जनरल वैद्य की हत्या के लिए दो अभियुक्त को दोषी ठहराया गया | उन्हें मृत्यु दंड की सजा सुनाई गई जिसे सर्वोच्च न्यायालय ने सहमति दी | अकाली दल के अध्यक्ष द्वारा संविधान के अनुच्छेद १४, 21 व 22 में दिए गए मौलिक अधिकारों के समक्ष हेतु इस निर्णय को चुनौती देने के लिए अनुच्छेद 32 के अंतर्गत लोक हित मुकदमा दायर किया गया | न्यायालय ने कहा कि वादी याचिका दायर करने की वैध स्थिति में नहीं है क्योंकि वह इस मामले से अनभिज्ञ है और उसे दोषी व्यक्ति द्वारा इसके लिए अधिकृत भी नहीं किया गया
है |
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