Section 19 Arbitration and Conciliation Act, 1996
Section 19 Arbitration and Conciliation Act, 1996:
Determination of rules of procedure.—
(1) The arbitral tribunal shall not be bound by the Code of Civil Procedure, 1908 (5 of 1908) or the Indian Evidence Act, 1872 (1 of 1872).
(2) Subject to this Part, the parties are free to agree on the procedure to be followed by the arbitral tribunal in conducting its proceedings.
(3) Failing any agreement referred to in sub-section (2), the arbitral tribunal may, subject to this Part, conduct the proceedings in the manner it considers appropriate.
(4) The power of the arbitral tribunal under sub-section (3) includes the power to determine the admissibility, relevance, materiality and weight of any evidence.
Supreme Court of India Important Judgments And Leading Case Law Related to Section 19 Arbitration and Conciliation Act, 1996:
M/S. Centrotrade Minerals & vs Hindustan Copper Ltd on 9 May, 2006
Visa International Ltd vs Continental Resources (Usa)Ltd on 2 December, 2008
माध्यस्थम् और सुलह अधिनियम, 1996 की धारा 19 का विवरण :
प्रक्रिया के नियमों का अवधारण-(1) माध्यस्थम् अधिकरण, सिविल प्रक्रिया संहिता, 1908 (1908 का 5) या भारतीय साक्ष्य अधिनियम, 1872 (1872 का 1) से आबद्ध नहीं होगा ।
(2) इस भाग के अधीन रहते हुए, पक्षकार, माध्यस्थम् अधिकरण द्वारा अपनी कार्यवाहियों के संचालन में अपनाई जाने वाली प्रक्रिया पर करार करने के लिए स्वतंत्र हैं ।
(3) उपधारा (2) में निर्दिष्ट किसी करार के न होने पर माध्यस्थम् अधिकरण, इस भाग के अधीन रहते हुए ऐसी रीति से, जो वह समुचित समझे, कार्यवाहियों का संचालन कर सकेगा ।
(4) उपधारा (3) के अधीन माध्यस्थम् अधिकरण की शक्ति में किसी साक्ष्य की ग्राह्यता, सुसंगता, तात्विकता और महत्व का अवधारण करने की शक्ति भी सम्मिलित है ।
To download this dhara / Section of Arbitration and Conciliation Act, 1996 in pdf format use chrome web browser and use keys [Ctrl + P] and save as pdf.
Comments
Post a Comment