बाल अधिकार
बाल अधिकार
यह सत्य है कि भारत के बच्चों में से बहुत से बच्चे ऐसी आर्थिक एवं मानसिक वातावरण में रहते हैं जो उनके शारीरिक एवं मानसिक विकास में बाधा पहुंचाते हैं | आज समय की जरूरत है कि हम भारत में इन बच्चों की आवश्यकताओं को पूरा करने के लिए तैयार हो जाएं ताकि उनके भविष्य को उज्जवल व सशक्त बनाया जा सके |
भारत में ,स्वतंत्रयोतर युग ने संवैधानिक उपलब्धियां ,नीतियां कार्यक्रम एवं विधान के माध्यम से बच्चों के प्रति सरकार के स्पष्ट रूप का अनुभव किया है | इस शताब्दी के प्रथम दर्शक में स्वास्थ्य पोषण शिक्षा एवं संबंधित कार्य क्षेत्रों में आए तव्र प्रौद्योगिक विकास ने बच्चों को नए अवसर प्रदान किए हैं |
भारत में बच्चों से संबंधित अन्य समस्याओं का प्राथमिकता से विचार करने के उद्देश्य से सरकारी गैर _सरकारी समस्याएं. ( एनजीओ) एवं अन्य सभी एकजुट हो गए हैं | उनमें समाविष्ट संबंधित मुद्दे हैं _बच्चे और काम' बाल श्रम की समस्या से निपटा ना लिंग भेद उन्मूलन 'फुटपाथ पर रहने वाले बच्चों का उत्थान विक लोग बच्चों की विशेष आवश्यकता को पूरा करना एवं हर बच्चों को उसके आधारभूत अधिकार के रूप में शिक्षा प्रदान करना |
मौलिक अधिकार के रूप में शिक्षा |
बच्चों के अधिकार से संबंधित महत्वपूर्ण अनुच्छेद |
राष्ट्रीय बाल अधिकार संरक्षण आयोग |
बच्चों के साथ सावधानी में पेश आए |
बाल मजदूरी |
बाल सुरक्षा पर पुस्तिका |
बाल शोषण |
बाल अधिकारों में सुधार |
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