Section 65 Arbitration and Conciliation Act, 1996

 


Section 65  Arbitration and Conciliation Act, 1996: 

Submission of statements to conciliator.—

(1) The conciliator, upon his appointment, may request each party to submit to him a brief written statement describing the general nature of the dispute and the points at issue. Each party shall send a copy of such statement to the other party.

(2) The conciliator may request each party to submit to him a further written statement of his position and the facts and grounds in support thereof, supplemented by any documents and other evidence that such party deems appropriate. The party shall send a copy of such statement, documents and other evidence to the other party.

(3) At any stage of the conciliation proceedings, the conciliator may request a party to submit to him such additional information as he deems appropriate. Explanation.—In this section and all the following sections of this Part, the term “conciliator” applies to a sole conciliator, two or three conciliators as the case may be.



Supreme Court of India Important Judgments And Leading Case Law Related to Section 65  Arbitration and Conciliation Act, 1996: 

Haresh Dayaram Thakur vs State Of Maharashtra And Ors on 5 May, 2000



माध्यस्थम् और सुलह अधिनियम, 1996 की धारा 65 का विवरण : 

सुलहकर्ता को कथनों का दिया जाना-(1) सुलहकर्ता, अपनी नियुक्ति होने पर, प्रत्येक पक्षकार से, विवाद की साधारण प्रकृति का और विवाद के प्रश्नों का वर्णन करते हुए एक संक्षिप्त लिखित कथन उसे देने के लिए अनुरोध कर सकेगा । प्रत्येक पक्षकार दूसरे पक्षकार को ऐसे कथन की एक प्रति भेजेगा ।


(2) सुलहकर्ता, प्रत्येक पक्षकार से अपनी स्थिति और उसके समर्थन में तथ्यों और आधारों का एक और लिखित कथन उसे देने के लिए, जो ऐसे किन्हीं दस्तावेजों और अन्य साक्ष्य से अनुपूरित होगा, जिसे ऐसा पक्षकार समुचित समझे, अनुरोध कर सकेगा । पक्षकार, ऐसे कथन, दस्तावेजों और अन्य साक्ष्य की एक प्रति दूसरे पक्षकार को भेजेगा ।


(3) सुलह कार्यवाहियों के किसी भी प्रक्रम पर सुलहकर्ता, कोई ऐसी अतिरिक्त जानकारी देने के लिए, जो वह समुचित समझे, किसी पक्षकार से अनुरोध कर सकेगा ।

स्पष्टीकरण-इस धारा और इस भाग की निम्नलिखित सभी धाराओं में, सुलहकर्ता" पद, यथास्थिति, एकल सुलहकर्ता, दो या तीन सुलहकर्ताओं को लागू होगा ।



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