कौन लोग सामाजिक एवं शिक्षा की दृष्टि से पिछड़े माने जाते हैं
अनुच्छेद 15(4)
प्रश्न- कौन लोग सामाजिक एवं शिक्षा की दृष्टि से पिछड़े माने जाते हैं?
उ० हमारे संविधान में पिछड़ा शब्द कि कहीं भी व्याख्या नहीं है। परंतु अनुच्छेद 320 राष्ट्रपति को यह शक्ति प्रदान करता है कि वह एक कमीशन का गठन करें तथा सामाजिक एवं शिक्षा की दृष्टि से पिछड़े वर्ग माने की परिस्थितियों की जांच करें तथा उस कमीशन की रिपोर्ट के आधार पर राष्ट्रपति निर्माण लेता है कि किस को पिछड़ा वर्ग मानने न्यायालय को यह निर्णय लेने का अधिकार है की सरकार द्वारा किया गया वर्गीकरण ठीक है या नहीं।
प्रश्न- क्या जाति पिछड़ेपन का पता लगाने में कुछ मदद करती है?
उ० जाति सहायता तो करती है परंतु पिछड़ेपन का वर्गीकरण पूरी तरह जाति पर निर्भर नहीं करता है। दरिद्रता व्यवसाय करने की जगह भी बहुत महत्वपूर्ण कारण है पिछड़ेपन का वर्गीकरण करने के लिए।
प्रश्न० - अनुच्छेद 15(4) के अनुसार पिछड़ेपन की क्या प्रकृति है?
उ० यहां पर पिछड़ेपन से अभिप्राय सामाजिक तथा आर्थिक दोनों से केवल सामाजिक या आर्थिक नहीं है।
प्रश्न - अनुच्छेद 15(4) किसके बारे में बात करता है?
उ० केवल वर्ग के बारे में।
प्रश्न ०क्या जाति और वर्ग पर्यायवाची शब्द है?
उ० नहीं।
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