Some Questions & Answers in Hindi on Women's Position in Indian Constitution
Some Questions & Answers in Hindi on Women's Position in Indian Constitution
महिला संगठन / Women Organizations Roles
प्रश्न - क्या महिला संगठन न्यायालय के असंतोषजनक निर्णय के विरुद्ध अपील कर सकते हैं?
उत्तर - जी हां| न्यायालय की आज्ञा से ऐसा कर सकते हैं| सुधा गोयल केस में पीड़ित सुधा गोयल को दहेज के लिए उनके पति लक्ष्मण, सास शकुंतला देवी ,देवर सुभाष द्वारा जला दिया गया था| सेशन जज ने मुजरिमों को मौत की सजा सुनाई परंतु उच्च न्यायालय ने उन लोगों को रिहा कर दिया| परिवादी सुधा के भाई ने 14 महिला संगठनों को साथ लेकर उत्तम न्यायालय से अपील के लिए विशेष इजाजत प्राप्त की उच्चतम न्यायालय ने लक्ष्मण( पति) के रिहाई के आदेश को बदल दिया तथा उसे सजा सुनाई|
रोजगारों में समानता / Equal Opportunities in Public Employment for Women
प्रश्न :- सार्वजनिक रोजगारों में महिलाओं के लिए समानता बनाए रखने के लिए क्या राज्य वाद्य है ?
उत्तर :- जी हां भारतीय संविधान के विशेष आदेश सार्वजनिक पदों तथा रोजगारों में किसी भी तरह के भेदभाव को मना करते हैं| अतः सार्वजनिक रोजगार में महिलाओं के लिए समानता बनाए रखने के लिए राज्य बाध्य है|
प्रश्न :- क्या समानता के सिद्धांत पब्लिक सेक्टर के कारपोरेशन पर भी लागू होते हैं?
उत्तर :- जी हां या उपबंध केवल सरकार तथा विधायिका पर ही नहीं बल्कि पब्लिक सेंटर कारपोरेशन पर भी लागू होते हैं|
उदाहरणार्थ - एयर इंडिया( सार्वजनिक क्षेत्र का उपक्रम) ने एयर होस्टेस व पुरुष स्टीवर्ड्स के लिए नौकरी से संबंधित कुछ नियम बनाए| इन नियमों के अनुसार एयर होस्टेस की नौकरी 35 वर्ष की आयु तक रखी गई परंतु यदि वह भर्ती के 4 साल के अंदर विवाह करें या पहले गर्भधारण के समय उसको नौकरी से हटाया जा सकता था उच्चतम न्यायालय ने पहले गर्भधारण के आधार पर नौकरी से हटाए जाने की शर्त को अवैध घोषित किया तथा यह निर्धारित किया कि यह शर्त महिलाओं के लिए अनुचित मनमानी तथा भेदभाव पूर्ण है| परंतु दूसरी तरफ उच्च न्यायालय ने यह भी निर्धारित किया कि एयर होस्टेस के लिए पुरुष सदस्यों की तुलना में सेवानिवृत्त की कम आयु लिंग के आधार पर भेदभाव नहीं है|
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