Some Information Related to Indian Constitution
संविधान सभा में बड़ी संख्या में समितियों की मदद से काम किया गया उनमें से प्रारूप समिति सबसे महत्वपूर्ण थी
विधानसभा में अल्पसंख्यक समुदाय जैसे ईसाई एंगलो इंडियन और पारसियों को सभा में पर्याप्त प्रतिनिधित्व
दिया गया था
दिया गया था
संविधान सभा के सदस्यों की ताल प्रक्रिया 1935 के अधिनियम के समय अनुसूची पर आधारित थी कर, संपत्ति और
शैक्षणिक योग्यता के आधार पर मताधिकार सीमित कर दिया गया था
शैक्षणिक योग्यता के आधार पर मताधिकार सीमित कर दिया गया था
बाबा साहेब डॉक्टर भीमराव अंबेडकर संविधान निर्मात्री सभा के गैर कांग्रेसी सदस्य थे
भारतीय संविधान सभा के प्रथम दिन के अधिवेशन की अध्यक्षता डॉ सच्चिदानंद सिन्हा ने अस्थाई अध्यक्ष के
रूप में की थी
रूप में की थी
क्वेश्चंड फैमिली के अध्यक्ष डॉ राजेंद्र प्रसाद बने
संविधान सभा की प्रथम बैठक 9 दिसंबर 1946 को हुई थी
संविधान सभा की प्रथम बैठक जो 9 दिसंबर 1946 को बुलाई गई थी उसकी अध्यक्ष डॉ सच्चिदानंद सिन्हा ने की थी
क्योंकि वह उस दिन अस्थाई अध्यक्ष के रूप में सभा में बैठाए गए थे
क्योंकि वह उस दिन अस्थाई अध्यक्ष के रूप में सभा में बैठाए गए थे
डॉ राजेंद्र प्रसाद सर्वसम्मति से संविधान सभा के अध्यक्ष चुने गए थे
भारतीय संविधान सभा के उद्घाटन अधिवेशन की अध्यक्षता डॉ सच्चिदानंद सिन्हा के द्वारा की गई थी
संविधान सभा के प्रांतीय संविधान समिति के अध्यक्ष सरदार पटेल थे
संविधान सभा के संघ संविधान समिति के अध्यक्ष जवाहरलाल नेहरू थे
संविधान सभा का संवैधानिक सलाहकार डॉ बी एन राव को नियुक्त किया गया था
भारतीय संविधान का प्रथम प्रारूप बी एन राव द्वारा तैयार किया गया था
भारत के संविधान की प्रारूप समिति के अध्यक्ष डॉक्टर बी आर अंबेडकर थे
संविधान की प्रारूप समिति में सम्मिलित सदस्यों की संख्या 7 थी
संविधान सभा ने डॉक्टर बी आर अंबेडकर की अध्यक्षता में प्रारूप समिति का गठन 29 अगस्त 1947 को किया
संविधान सभा की प्रारूप समिति अर्थात ड्राफ्ट कमेटी के अध्यक्ष डॉक्टर भीमराव अंबेडकर थे
संविधान निर्मात्री परिषद की झंडा समिति के अध्यक्ष जे बी कृपलानी थे
भारतीय नागरिकों के मूल अधिकारों को अंतिम रूप देने के लिए संविधान निर्मात्री सभा द्वारा
नियुक्त समिति के अध्यक्ष सरदार पटेल थे
नियुक्त समिति के अध्यक्ष सरदार पटेल थे
भारतीय संविधान को संविधान सभा द्वारा 26 नवंबर 1949 को अंगीकृत किया गया
उद्देशिका में समाजवादी एवं पंथनिरपेक्ष 42 वें संविधान संशोधन द्वारा सम्मिलित किए गए थे
हमारे संविधान की प्रस्तावना अब तक केवल एक बार संशोधित की गई है
भारतीय संविधान भारत के लोगों को समर्पित है
भारतीय संविधान को संवैधानिक सभा के द्वारा अपनाया गया
भारत के संविधान को संविधान सभा के अध्यक्ष और उसके सदस्यों के हस्ताक्षर होने के बाद इसे अंगीकृत किया गया
के सी वियर के अनुसार भारतीय संविधान अधिक कठोर तथा अधिक लचीले के मध्य
एक अच्छा संतुलन स्थापित करता है
एक अच्छा संतुलन स्थापित करता है
ग्रेनविले ऑस्टिन ने कहा था कि संविधान सभा कांग्रेश थी और कांग्रेस भारत था
डॉक्टर भीमराव अंबेडकर भारत के प्रथम कानून मंत्री बने
भारतीय संविधान सभा में कुल 15 महिला सदस्य थी
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